मणेन्द्र कुमार मिश्रा वर्तमान में भारतीय जन संचार संस्थान के हिन्दी पत्रकारिता के प्रशिक्षु है।इसके पूर्व इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एम.एस सी .(मानव शास्त्र) (पूर्वार्ध) ,जर्मन भाषा में डिप्लोमा और मानवाधिकार में सारटीफीकेट पाठ्यक्रम पूरा कर चुके है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सर गंगा नाथ झा हॉस्टल के अन्तेवासी ४ वर्षो से "आज़ादी बचाओ आन्दोलन "से जुड़े है, जो किसानो के मुद्दों सहित अनेक समस्यायों के लिए उत्तरदायी 'पेप्सी-कोका के खिलाफ रस्त्रव्यापी आन्दोलन है । समसामयिक मुद्दों पर कई लेख समय समय पर विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में छपते रहते है । उत्तर प्रदेश का सिद्धार्थ नगर इनका मूल निवास है। राजनीति और वंचित वर्गों पर पड़ना और लिखना पसंद है । सिविल सेवा के माध्यम से समाज में अपना योगदान देना चाहता हूँ।
मेरे मित्र नचिकेता शर्मा द्वारा खीची गई फोटो। शर्मा जी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पत्रकारिता करने के बाद वाराणसी में अमर उजाला में ६ महीने काम किया। अभी अवसर की तलाश में दिल्ली है ।
2 comments:
भई वाह! दोस्त हो तो आपके जैसा... माशा-अल्लाह, नज़र न लगे आपकी दोस्ती को ।
aacha sangrah acha hai.
acha laga dekh kar..
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